About aaj ka shubh muhurat
According to the Hindu calendar, know the today tithi. This day is according to the time of 8 o'clock in the Indian money Delhi.
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दरअसल चौघड़िया पंचांग हिंदू कैलेंडर का ही एक स्वरूप है जब किसी शुभ कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त नहीं निकलता या फिर किसी कार्य को जल्दी से करना होता है तो उसके लिए आज का चौघड़िया देखा जाता है जिसमें हर दिन के लिए तिथि, वार, महा, मुहूर्त, योग, नक्षत्र इत्यादि की जानकारी होती है।
दोसा के अनुसार आज कौन सी तिथि तुम्हें बताना चाहता हूं हिंदी में आज जो है एकदम तिथि है तथा
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इसमें विश्वेदेवो की पूजा करने से भक्तों को धन, समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है.
इसके अलावा इस तिथि में गौरी मां की पूजा करने से सौभाग्य की वृद्धि होती है.
As a result of Day-to-day Panchang, you will get all of the details about the time, date, and day to find out the Muhurat for everything. Astrologers recommend people today should follow the Working day Panchang although executing new operate or performing any auspicious celebration.
पंचांग यानी पांच अंग जैसे कि नाम से पता चला रहा है यह पांच अंगों से मिलकर बना हैं जिसमें नक्षत्र, तिथि, योग, करण और वार होते हैं जिनकी मदत से पंचांग का अध्ययन किया जाता हैं औऱ शुभ मुहूर्त का पता किया जाता हैं।
यह तिथि सर्जरी करवाने और चिकित्सीय सलाह लेने की दृष्टि से श्रेष्ट है। इस तिथि के अधिपति देवता नाग हैं।
स्थिर करण– शकुनि, चतुष्पाद, नाग, किंस्तुघ्न।
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
हर एक तिथि का एक नाम है, एक ग्रह और मुहूर्त में इसका विशेष स्थान है। मुहूर्त में इसके स्थान को जानने के लिए सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि नक्षत्र और तिथि दोनों अलग-अलग हैं। चूंकि दोनों ही एक दूसरे से जुड़े हुए हैं तो हमें दोनों को जानने की आवश्यकता है। तिथि जल तत्व है और यह हमारे मस्तिष्क-मन की स्थिति दिखाती है। नक्षत्र वायु तत्व है और यह हमारे मन द्वारा किए गए या किए जाने वाले अनुभवों के बारे में बताता है। तिथि हमारे भविष्य के सफल-असफल कार्यों की ओर इशारा करता है। इसके माध्यम से हमें इस बात का पता चलता है कि हमारे द्वारा किसी कार्य की पूर्ति होगी या नहीं। मनुष्य की जन्म कुंडली here में तिथि, जल ओर शुक्र से प्रभावित रहती है। यह हमारी रुचि के बारे में बताती है। जन्म कुंडली में तिथि अति आवश्यक हिस्सा है। यह हमारे रिश्तों-संबंधों के बारे में और उनके प्रति हमारे व्यवहार के बारे में बताती है।
बीके आज जो है वह शरद पूर्णिमा है कोजागिरी पूर्णिमा या फिर लक्ष्मी पूजा में जिसको बोलते हैं